यद्यपि प्रत्येक माह में शिवरात्रि होती है पर फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को होने वाली शिवरात्रि को महाशिवरात्रि कहा गया है। ईशान संहिता के अनुसार इस दिन ज्योतिर्लिंग का प्रादुर्भाव हुआ था “शिवलिंगतयोद्भूतः कोटिसूर्यसमप्रभः”। इस दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना से मनुष्य की समस्त कामनाएं पूर्ण होती हैं अतः इसका बहुत महत्व है। इस दिन लोग अपनी श्रद्धा और आस्था के अनुरूप व्रत, जप, दान, पुण्य आदि करते हैं। देवों के देव महादेव की प्रसन्नता और कृपा के लिए श्रद्धालु महाशिवरात्रि पूजा को करा सकते हैं जिसमें पूजन और जप दोनों सन्निहित हैं।
महाशिवरात्रि पूजा कब और कैसे
महाशिवरात्रि पूजा फाल्गुन कृष्ण पक्ष में निशीथ व्यापिनी चतुर्दशी में की जाती है पर श्रद्धालु चाहें तो इसे किसी भी कृष्ण पक्ष की निशीथ व्यापिनी चतुर्दशी को भी करा सकते हैं। इस पूजा में भगवान शिव के विधिवत पूजन के उपरांत रुद्राष्टाध्यायी से शिवलिंग का दूध और जल से अभिषेक किया जाता है और एक माला (108) महामृत्युंजय का जप किया जाता है।
महाशिवरात्रि पूजा के लाभ
मान्यता है की महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव के पूजन से मनोकामना पूर्ण होती है। कष्टों का निवारण होता है। रोग, ऋण और शत्रुओं से छुटकारा मिलता है। करियर और व्यवसाय में सफलता प्राप्त होती है। संतान की इच्छा चाहने वाले जातकों के लिए भी यह बहुत प्रभावी है। इन सबके अलावा भगवान शिव का अहर्निश आर्शीवाद मिलता है।
महाशिवरात्रि पूजा की लिंक
हम आपके लिए महाशिवरात्रि पूजा का अनुष्ठान दो ब्राह्मण पुरोहितों द्वारा कराएँगे जिसे आप एक ऑनलाइन लिंक के माध्यम से अपने घर या दफ्तर में बैठकर आराम से देख सकते हैं।
नोट:- पूजा सम्बन्धी किसी भी जानकारी के लिए आप इस नंबर 8287197626 पर कॉल या व्हाट्सएप्प के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं।
Frequently Asked Questions
- महाशिवरात्रि पूजा कौन और किस आयु के लोग करा सकते हैं?
कोई भी आस्थावान व्यक्ति महाशिवरात्रि पूजा करा सकता है, इस पूजा के लिए उम्र का कोई बंधन नहीं है।
- क्या मेरे द्वारा बुक की गई पूजा को मैं देख सकता हूँ?
बिलकुल, आप के नाम से की गई पूजा की वीडियो लिंक / रिकॉर्डिंग आपको उपलब्ध कराई जाएगी।
- क्या मैं इस पूजा को किसी अन्य व्यक्ति के लिए भी बुक कर सकता हूँ?
जरूर, यह उस व्यक्ति के लिए एक अनुपम उपहार होगा। इसके लिए आपको उस व्यक्ति का नाम, पिता का नाम और गोत्र देना होगा।