ऊर्जा के कारक और नवग्रहों के राजा सूर्य आज बुधवार 17 अगस्त 2022 को सुबह 07 बजकर 23 मिनट पर भाद्रपद कृष्ण षष्ठी तिथि और अश्विनी नक्षत्र में कर्क राशि से निकल कर स्वराशि सिंह में प्रवेश कर गए हैं, जहाँ ये 17 सितम्बर की सुबह तक गोचरस्थ रहेंगे। इस गोचर से सूर्य जहाँ शनि की सम्मुख दृष्टि से निकल गए हैं वहीं मंगल से दृष्ट होंगे। यह संक्रांति अग्नि मण्डल में घोरा संज्ञक, वायव्य मुखी और दक्षिण गामिनी है। उत्तर तथा पूर्व के देशों में पीड़ा, दक्षिण के देशो में युद्धादी का भय तथा पश्चिम क्षेत्रों में सुभिक्ष आदि का सुख होता है। शासकों में परस्पर वैमनस्य, कलह तथा जनता और शासन में भी वैर विरोध होता है। शक्कर, चीनी, रुई, लाल रंग के पदार्थ, सरसो, तिल, तेल, घी, रत्न, ज्वार, बाजरा, अरण्डी, दाख, मिर्च, चाँदी, रस पदार्थ और अनाज का भाव तेज होता है। आइये जानते हैं सूर्य का सिंह राशि में गोचर (Surya Rashi Parivartan) सभी 12 राशियों पर कैसे करेगा असर।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के पाँचवें भाव में सूर्य गोचर करेगा। पंचम स्थान में सूर्य के जाने से मानसिक व्यथा, प्रेम में उदासीनता, आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव जैसे फल मिल सकते हैं। रोग एवं शत्रु भय से सावधान रहें तथा मित्रों के साथ मतभेद से बचें।
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के चौथे भाव में सूर्य गोचर करेगा। सुख स्थान में सूर्य के जाने से मानसिक एवं शारीरिक पीड़ा, सुख की हानि, यात्रा में कष्ट, व्यापार एवं व्यवसाय में बाधा तथा पारिवारिक कलह जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं। आपसी कलह और झगड़े से बचने की सलाह दी जाती है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के तीसरे भाव में सूर्य गोचर करेगा। सूर्य के पराक्रम स्थान में जाने से सुख, आरोग्य, आनंद, अभीष्ट की प्राप्ति, शत्रुओं पर जीत, यश और मान में वृद्धि जैसे फल प्राप्त होते हैं। आपको भाई के साथ मनमुटाव और अहंकार से बचने की सलाह दी जाती है।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के दूसरे भाव में सूर्य गोचर करेगा। धन स्थान में सूर्य के जाने से खर्च में वृद्धि तथा आँखों में पीड़ा हो सकती है। इस दौरान आप कोई महँगी वस्तु या उपकरण का क्रय कर सकते हैं। आपको मनमानी और क्रोध से बचने की सलाह दी जाती है अन्यथा पारिवारिक कलह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के पहले भाव में सूर्य गोचर करेगा। राशि स्थान में सूर्य के जाने से पेट की पीड़ा और शारीरिक कष्ट मिल सकता है। चिड़चिड़ापन, कमजोरी और बिना काम की यात्रा जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं। आपको मतभेद और झगड़ों से बचने की सलाह दी जाती है।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के बारहवें भाव में सूर्य गोचर करेगा। व्यय स्थान में सूर्य के जाने से खर्च में वृद्धि की वजह से आर्थिक कठिनाई हो सकती है तथा घर से दूर यात्रा पर जाना पड़ सकता है। आपको उधार नहीं देने की सलाह दी जाती है अन्यथा धन की हानि हो सकती है।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के ग्यारहवें भाव में सूर्य गोचर करेगा। लाभ स्थान में सूर्य के जाने से अच्छे फल प्राप्त होते हैं। यश-मान, पद-प्रतिष्ठा तथा इच्छित सफलता मिलती है। परिवार में किसी उत्सव के आयोजन से प्रसन्नता प्राप्त हो सकती है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के दशवें भाव में सूर्य गोचर करेगा। कर्म स्थान में सूर्य के जाने से कार्यों में सफलता और अभीष्ट की सिद्धि होती है। धन, आरोग्य और नौकरी के लिए उपयुक्त समय रहेगा तथा मानसिक संतुष्टि और प्रसन्नता रहेगी।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के नवमें भाव में सूर्य गोचर करेगा। भाग्य स्थान में सूर्य के जाने से सुख एवं आय में कमी और परिजनों से बिछोह हो सकता है। आपको बहुत प्रयास के बाद ही सफलता मिल पाएगी अतः लगातार प्रयास करते रहें और अपने आत्मविश्वास को बनाएं रखें।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के आठवें भाव में सूर्य गोचर करेगा। अष्टम स्थान में सूर्य के जाने से जीवनसाथी के साथ अनबन तथा शत्रु से कष्ट मिल सकता है। अपने स्वास्थ्य और वाहन को लेकर आपको सतर्क रहना होगा। अदालती मामलों में भी बहुत संभलकर रहें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के सातवें भाव में सूर्य गोचर करेगा। कलत्र स्थान में सूर्य के जाने से दांपत्य सुख में कमी हो सकती है अतः अपने जीवनसाथी के साथ प्रेम एवं मैत्रीपूर्ण संबंध बनाये रखना होगा। खान-पान के प्रति सजग रहें अन्यथा पेट से संबंधित परेशानी हो सकती है।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के छठें भाव में सूर्य गोचर करेगा। सूर्य के रिपु स्थान में जाने से कार्य में सफलता, धन का लाभ और आरोग्यता प्राप्त होती है। यश और मान में वृद्धि तथा प्रतियोगिता एवं परीक्षा में सफलता प्राप्त हो सकती है। अदालती मामलों में शत्रु पर विजय मिल सकती है।