प्रेम, रोमांस एवं भौतिक सुख-समृद्धि के कारक ग्रह शुक्र बुधवार, 17 मार्च 2021 की सुबह 03:01 पर अपने मित्र शनि की राशि कुंभ से निकल कर अपनी उच्च राशि मीन में प्रवेश करेंगे (Shukra Rashi Parivartan 2021) जहाँ ये 10 अप्रैल 2021 की सुबह तक रहेंगे। शुक्र अपने इस गोचर के दौरान पूरे समय शनि एवं केतु (जो स्वयं मंगल से दृष्ट है) से दृष्ट रहेंगे तथा सूर्य के साथ युत एवं अस्त रहेंगे। अस्त होने की वजह से इनके शुभाशुभ फलों में कुछ कमी हो सकती है। आइये जानते हैं शुक्र के मीन राशि में गोचर का आप पर कैसा पड़ेगा प्रभाव।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के द्वादश भाव में शुक्र गोचर करेंगे। व्यय स्थान में शुक्र के गोचर से धन तथा वस्त्र का लाभ मिल सकता है लेकिन शस्त्र एवं चोरों का भय हो सकता है। कार्यों में विघ्न-बाधा से आपको सतर्क रहना होगा।
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के एकादश भाव में शुक्र गोचर करेंगे। लाभ स्थान में शुक्र के गोचर से धन और मान में वृद्धि, धनागमन और कार्यों में सफलता जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं। आपको सोच समझ कर खर्च करने की सलाह दी जाती है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के दशम भाव में शुक्र गोचर करेंगे। कर्म स्थान में शुक्र के गोचर के फल अच्छे नहीं माने जाते। पीड़ा, मानसिक संताप, धन की हानि, शत्रु भय, बल एवं सामर्थ्य में कमी और स्त्रियों से कष्ट जैसे परिणाम मिल सकते हैं।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के नवम भाव में शुक्र गोचर करेंगे। भाग्य स्थान में शुक्र के गोचर से सुख एवं इच्छित पदार्थों की प्राप्ति, नवीन वस्त्रादि का लाभ, धार्मिक कार्यों में रूचि तथा उत्तम स्वास्थ्य जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के अष्टम भाव में शुक्र गोचर करेंगे। अष्टम स्थान में शुक्र के गोचर से दुखों का अंत, धन का लाभ, और सुख की वृद्धि जैसे फल मिल सकते हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के सप्तम भाव में शुक्र गोचर करेंगे। कलत्र स्थान में शुक्र का गोचर अनुकूल नहीं माना जाता। जीवकोपार्जन में कठिनाई, शोक, अपमान, रोग और स्त्री कष्ट जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के षष्ठ भाव में शुक्र गोचर करेंगे। रिपु स्थान में शुक्र के गोचर से शत्रु से हानि, शत्रुओं में वृद्धि, हिस्सेदारों से झगड़ा और संतान से व्यथा जैसे फल मिल सकते हैं। आपको अपने आत्मविश्वास को बनायें रखने की सलाह दी जाती है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के पंचम भाव में शुक्र गोचर करेंगे। शुक्र के पंचम स्थान में गोचर से पुत्र और कुटुंब से सुख, धन और अन्न का लाभ, मनोनुकूल भोजन की प्राप्ति, नौकरों का सुख और उनमे वृद्धि जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के चतुर्थ भाव में शुक्र गोचर करेंगे। सुख स्थान में शुक्र का गोचर होने से धन का लाभ, मित्र और कुटुंबियों का साथ तथा स्त्रियों का सुख जैसे फल मिल सकते हैं।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के तृतीय भाव में शुक्र गोचर करेंगे। इस गोचर से प्रसन्नता, पद और मान की प्राप्ति जैसे फल मिल सकते हैं। कोई महंगी वस्तु या उपकरण भी खरीद सकते हैं परन्तु इस दौरान आपको अधिक आत्मविश्वास से बचना होगा अन्यथा धन की समस्या खड़ी हो सकती है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के द्वितीय भाव में शुक्र गोचर करेंगे। शुक्र का धन स्थान में गोचर अच्छा माना गया है। इस दौरान बार बार धन की प्राप्ति, मान-सम्मान में वृद्धि, शारीरिक आरोग्यता, स्त्री से सुख और वस्त्रादि की प्राप्ति जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के प्रथम भाव में शुक्र गोचर करेंगे। राशि स्थान में शुक्र के गोचर से सुख और धन की प्राप्ति तथा शत्रुओं का नाश जैसे फल मिल सकते हैं। इस दौरान आपको नियंत्रित रहने की सलाह दी जाती है।