लव, रोमांस, वैभव और ऐश्वर्य के कारक ग्रह शुक्र आज अपने ही दिन शुक्रवार को अर्द्ध रात्रि के पश्चात 12 बजकर 01 मिनट पर अर्थात् 29 मई 2021 को स्वराशि वृष से निकल कर मिथुन राशि में गोचर करेंगे (Shukra Rashi Parivartan 2021) जहाँ ये 22 जून 2021 तक गोचरस्थ रहेंगे। इस गोचर से शुक्र राहु-केतु अक्ष से निकल जायेंगे और गुरु से दृष्ट रहेंगे तथा शुरू के दो दिनों में बुध के साथ ग्रह-युद्ध में रत रहेंगे। आइये आगे जानते हैं शुक्र के मिथुन राशि में गोचर का सभी राशियों पर क्या पड़ेगा असर।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के तीसरे घर में शुक्र का गोचर होगा। शुक्र के इस गोचर से पद एवं मान में वृद्धि, धनलाभ और चित्त में प्रसन्नता हो सकती है। कोई मनचाही वस्तु या उपकरण खरीद सकते हैं। इस दौरान आपको खर्च में संयम बरतना होगा अन्यथा पैसों की तंगी हो सकती है।
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के दूसरे घर में शुक्र का गोचर होगा। धन भाव में शुक्र का गोचर अच्छा माना जाता है। इस दौरान बारम्बार धन की प्राप्ति, मान-सम्मान में वृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य, स्त्रीसुख और वस्त्रादि की प्राप्ति हो सकती है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के राशि स्थान में शुक्र का गोचर होगा। शुक्र के इस गोचर से सब तरह के भोगों की प्राप्ति, धन और सुख का लाभ एवं शत्रु नाश जैसे फल मिल सकते हैं। आपको अपने मन को संयमित रखने की सलाह दी जाती है।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के बारहवें घर में शुक्र का गोचर होगा। व्यय भाव में शुक्र के गोचर से धन एवं वस्त्र का लाभ प्राप्त हो सकता है पर कार्यों में विघ्न, शस्त्र से बाधा और चोरों का भय रहेगा।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के ग्यारहवें घर में शुक्र का गोचर होगा। लाभ भाव में शुक्र का गोचर धनलाभ, मान की वृद्धि, सभी कार्यों में सफलता जैसे फल दे सकता है। आपको सोच-समझ कर खर्च करने की सलाह दी जाती है।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के दसवें घर में शुक्र का गोचर होगा। कर्म भाव में शुक्र के गोचर का फल अच्छा नहीं होता। झगड़ा, कष्ट, मानसिक संताप, धनहानि, शत्रु से भय, निर्बलता एवं स्त्री से कष्ट प्राप्त हो सकता है।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के नवमें घर में शुक्र का गोचर होगा। भाग्य भाव में शुक्र के गोचर से सुख, उत्तम स्वास्थ्य, वस्त्रादि इच्छित पदार्थों की प्राप्ति एवं धार्मिक कार्य का लाभ जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के आठवें घर में शुक्र का गोचर होगा। अष्टम भाव में शुक्र के गोचर से धन और संपत्ति का लाभ, सुखों में वृद्धि और दुःख का अंत होता है एवं परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के सातवें घर में शुक्र का गोचर होगा। कलत्र भाव में शुक्र का गोचर अच्छा नहीं माना जाता। रोग, शोक, कठिनाई से जीवनयापन, अपमान और स्त्री से पीड़ा जैसे फल मिल सकते हैं।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के छठें घर में शुक्र का गोचर होगा। रिपु भाव में शुक्र के गोचर से विपदा, शत्रु से परेशानी, पार्टनर्स से झगड़ा एवं संतान से व्यथा जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है की अपने आत्मविश्वास को बनायें रखें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के पांचवें घर में शुक्र का गोचर होगा। शुक्र के पंचम भाव में गोचर से संतान का सुख, अन्न एवं धन की प्राप्ति, अच्छा भोजन और नौकरों का सुख तथा उनमें वृद्धि जैसे फल मिल सकते हैं।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के चौथे घर में शुक्र का गोचर होगा। सुख भाव में शुक्र के गोचर से सुख की प्राप्ति, मित्रलाभ, धनलाभ, घर-परिवार का सुख एवं स्त्री सुख जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं।