लव, रोमांस, लक्ज़री एवं भौतिक सुख-समृद्धि के कारक ग्रह शुक्र शनिवार, 10 अप्रैल 2021 की सुबह 06:29 पर अपनी उच्च राशि मीन से निकल कर मेष राशि में प्रवेश करेंगे (Shukra Rashi Parivartan 2021) जहाँ ये 04 मई 2021 तक रहेंगे। शुक्र के मेष में गोचर के बाद वह शनि एवं केतु की दृष्टि से निकल जायेंगे। यद्यपि 19 अप्रैल 2021 को शुक्र उदित हो जायेंगे लेकिन तब तक अस्त रहने की वजह से इनके शुभाशुभ फलों में कुछ कमी रह सकती है। आइये आगे जानें शुक्र के मेष राशि में गोचर का आप सभी की राशियों पर क्या होगा असर।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के प्रथम स्थान में शुक्र का गोचर होगा। राशि स्थान में शुक्र के गोचर से धन और सुख की प्राप्ति तथा शत्रु नाश जैसे फल मिल सकते हैं। इस दौरान आपको अपने मन को नियंत्रित रखने की सलाह दी जाती है।
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के द्वादश स्थान में शुक्र का गोचर होगा। व्यय स्थान में शुक्र के गोचर से धन और वस्त्र का लाभ हो सकता है लेकिन शस्त्राघात एवं चोरों से भय रहेगा। कार्य में विघ्न-बाधा से आपको सावधान रहना होगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के एकादश स्थान में शुक्र का गोचर होगा। लाभ स्थान में शुक्र का गोचर धन और मान में वृद्धि, धनागमन और कार्यों में सफलता जैसे फल दे सकता है। आपको अत्यधिक खर्च से बचने की सलाह दी जाती है।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के दशम स्थान में शुक्र का गोचर होगा। कर्म स्थान में शुक्र का गोचर अच्छा नहीं माना जाता। पीड़ा, मानसिक व्यथा, धन हानि, शत्रु का भय, बल एवं सामर्थ्य में कमी तथा स्त्रियों से कष्ट जैसे परिणाम मिल सकते हैं।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के नवम स्थान में शुक्र का गोचर होगा। भाग्य स्थान में शुक्र का गोचर इच्छित पदार्थों की प्राप्ति, सुख, नवीन वस्त्रादि का लाभ, धार्मिक कार्य तथा उत्तम स्वास्थ्य जैसे फल दे सकता है।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के अष्टम स्थान में शुक्र का गोचर होगा। अष्टम स्थान में शुक्र का गोचर धनलाभ, सुख में वृद्धि और दुखों का अंत करता है। कुछ समय से चली आ रही कठिनाइयों से राहत मिलेगी।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के सप्तम स्थान में शुक्र का गोचर होगा। कलत्र स्थान में शुक्र का गोचर अनुकूल नहीं माना जाता। शोक, कठिनाई से जीवकोपार्जन, रोग, अपमान और स्त्री कष्ट जैसे फल मिल सकते हैं।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के षष्ठ स्थान में शुक्र का गोचर होगा। रिपु स्थान में शुक्र का गोचर शत्रु से हानि, शत्रुओं में वृद्धि, साझेदारों से झगड़ा और संतान से व्यथा जैसे फल दे सकता है। आपको सलाह दी जाती है की अपने आत्मविश्वास को बनायें रखें।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के पंचम स्थान में शुक्र का गोचर होगा। शुक्र का पंचम स्थान में गोचर पुत्र और कुटुंब से सुख, धन और अन्न का लाभ, मनोच्छित भोजन, नौकरों में वृद्धि जैसे फल दे सकता है।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के चतुर्थ स्थान में शुक्र का गोचर होगा। सुख स्थान में शुक्र का गोचर होने से धनलाभ, मित्र और कुटुंबियों का सुख तथा स्त्रियों का सुख जैसे फल मिल सकते हैं।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के तृतीय स्थान में शुक्र का गोचर होगा। इस गोचर से प्रसन्नता, पद और मान की वृद्धि जैसे फल मिल सकते हैं। कोई महंगी वस्तु या उपकरण की खरीद हो सकती है लेकिन इस दौरान आपको अधिक आत्मविश्वास से बचना होगा नहीं तो धन की कमी हो सकती है।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के द्वितीय स्थान में शुक्र का गोचर होगा। धन स्थान में शुक्र का गोचर अच्छे फल डेता है। इस दौरान बारम्बार धन का आगमन, मान-सम्मान में वृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य, स्त्री से सुख और वस्त्रादि की प्राप्ति जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं।