प्रेम और भौतिक सुख के कारक ग्रह शुक्र 17 नवंबर 2020 की सुबह 01:02 पर अपनी मूल त्रिकोण राशि तुला में प्रवेश कर रहे हैं जहाँ ये 11 दिसंबर 2020 तक रहेंगे तथा मंगल और शनि से दृष्ट रहेंगे। आइये जानें इनके तुला राशि में गोचर का सभी राशियों पर क्या होगा असर।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के सप्तम भाव में शुक्र का गोचर होगा। सप्तम भाव में शुक्र का गोचर अच्छा नहीं माना जाता। स्त्री को पीड़ा या स्त्री के कारण पीड़ा हो सकती है। वाणी पर संयम रखना होगा अन्यथा मुश्किल हो सकती है।
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के षष्ठ भाव में शुक्र का गोचर होगा जो अनुकूल फल नहीं देता। षष्ठ भाव में शुक्र का गोचर कष्ट, विपत्ति, और शत्रुभय देता है। आपको सलाह दी जाती है की अपने आत्मविश्वास को काम ना होने दें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के पंचम भाव में शुक्र का गोचर होगा जिसके अच्छे परिणाम मिलेंगे। अन्न और धन की प्राप्ति होगी, पुत्र लाभ तथा पुत्र और परिजनों से स्नेह मिलेगा। नौकर चाकरों की भी वृद्धि संभावित है।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के चतुर्थ भाव में शुक्र का गोचर होगा। चतुर्थ भाव में शुक्र का गोचर घर और स्त्री सुख देता है तथा मित्र मिलन कराता है। प्रेम संबंधी मामलों के लिए अच्छा समय रहेगा।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के तृतीय भाव में शुक्र का गोचर होगा। शुक्र की यह स्थिति धन लाभ कराती है। कोई मनचाही इलेक्ट्रॉनिक वस्तु या उपकरण जैसे मोबाइल, टीवी इत्यादि खरीद सकते हैं। अति आत्मविश्वास से आपको बचना होगा।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के द्वितीय भाव में शुक्र का गोचर होगा। आपके धन और मान में वृद्धि होगी, नवीन वस्त्र की प्राप्ति होगी और स्त्री से सुख मिलेगा। ध्यान रखें की ज्यादा उतावलेपन के कारण काम बिगड़ सकते हैं।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के प्रथम भाव अर्थात लग्न में शुक्र का गोचर होगा। इस दौरान सब सुखों का भोग करेंगे। धन की प्राप्ति होगी तथा शत्रुओं का नाश होगा। अपने मन को नियंत्रण में रखने की सलाह दी जाती है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के व्यय भाव में शुक्र का गोचर होगा। इस गोचर से आपको लाभ होगा और धन व वस्त्र की प्राप्ति होगी। अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लाभ भाव में शुक्र का गोचर होगा। लाभ भाव में शुक्र का गोचर कार्य में सफलता दिलाता है और धन में वृद्धि करता है। धन का अपव्यय नहीं करने की सलाह दी जाती है।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के दशम अर्थात कर्म भाव में शुक्र का गोचर होगा। यह गोचर पीड़ादायक हो सकता है। धन हानि, शत्रु भय, कलह और मानसिक क्लेश हो सकता है। स्त्री से कष्ट पा सकते हैं।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के भाग्य भाव में शुक्र का गोचर होगा। इस गोचर के फलस्वरूप आपको इच्छित पदार्थों और सुख की प्राप्ति होगी। धर्म और अध्यात्म में रूचि होगी तथा दानादि धार्मिक कर्म करेंगे।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के अष्टम भाव में शुक्र का गोचर होगा। अष्टम भाव में शुक्र के गोचर से आपके दुखों का नाश होगा और सुख-संपत्ति की प्राप्ति होगी। आपको सलाह दी जाती है कि अपने आत्मविश्वास में कमी ना होने दें।