नवग्रहों के सेनापति और बल, पराक्रम एवं साहस के स्वामी मंगल सोमवार, 22 फरवरी 2021 की सुबह 04:36 पर अपनी मूल त्रिकोण राशि मेष से निकल कर वृष राशि में प्रवेश करेंगे जहाँ ये 14 अप्रैल 2021 तक रहेंगे। इस दौरान ये राहु से युत और केतु एवं गुरु से दृष्ट रहेंगे। मंगल की राहु के साथ युति अंगारक योग बनाती है जो प्रायः अच्छी नहीं मानी जाती। आइये जानते हैं मंगल के इस राशि परिवर्तन (Mangal Rashi Parivartan) का आप सभी की राशियों पर क्या होगा असर।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के द्वितीय भाव में मंगल गोचर करेंगे। धन भाव में मंगल के जाने से मानसिक अशांति, निर्बलता, कार्य में असफलता, धन हानि, एसिडिटी होती है। आपको सलाह दी जाती है की अपनी वाणी को संयमित रखें।
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के प्रथम भाव में मंगल गोचर करेंगे। चंद्र राशि में मंगल के जाने से स्त्री और कुटुंबियों से मतभेद, दुर्जनों से पीड़ा, ज्वर और रक्त सम्बंधित विकार हो सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है की मतभेद से बचें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के द्वादश भाव में मंगल गोचर करेंगे। व्यय भाव में मंगल के जाने से खर्च में वृद्धि, कुटुंबियों से अनबन, नेत्र रोग और धन हानि हो सकती है। आपको सलाह है की इस दौरान किसी को उधार ना दें।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के एकादश भाव में मंगल गोचर करेंगे। लाभ भाव में मंगल के जाने से आनंद और सफलता प्राप्त होती है, धन और आरोग्य का लाभ होता है, शत्रुओं एवं कोर्ट कचहरी के मामलों में विजय मिलती है।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के दशम भाव में मंगल गोचर करेंगे। कर्म भाव में मंगल के जाने से कार्य क्षेत्र में अधिक परिश्रम करना पड़ेगा। यदि आप कार्यों मे विघ्न और असफलता से डरे बिना डटे रहेंगे तो लाभ और धन की प्राप्ति होगी।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के नवम भाव में मंगल गोचर करेंगे। भाग्य भाव में मंगल के जाने से स्थान परिवर्तन, धन की कमी, अनादर, शारीरिक पीड़ा और निर्बलता हो सकती है। विदेश से संबंधित कार्यों में मनचाही सफलता मिलने की आशा।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के अष्टम भाव में मंगल गोचर करेंगे। अष्टम में मंगल के जाने से रोग से परेशानी, मानहानि, कार्य की हानि, पदच्युति जैसे फल मिलते हैं। शस्त्र से चोट या ऑपरेशन इत्यादि की भी संभावना बन सकती है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के सप्तम भाव में मंगल गोचर करेंगे। कलत्र भाव में मंगल के जाने से भाई और संतान से क्लेश, नेत्र और उदर पीड़ा तथा दांपत्य सुख में कमी होती है। आपको सलाह दी जाती है की जीवनसाथी से अच्छे संबंध बनाये रखें।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के षष्ठ भाव में मंगल गोचर करेंगे। षष्ठ भाव में मंगल के जाने से आनंद, धन, अन्न, स्वर्ण और यश की प्राप्ति होती है। प्रतियोगिता, परीक्षा एवं कोर्ट कचहरी के मामलों में सफलता मिलती है।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के पंचम भाव में मंगल गोचर करेंगे। पंचम स्थान में मंगल के जाने से धन नाश, रोग, शत्रु से पीड़ा और संतान से चिंता जैसे फल मिलते हैं। आपको सलाह दी जाती है की नियमित दिनचर्या का पालन करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के चतुर्थ भाव में मंगल गोचर करेंगे। सुख भाव में मंगल के जाने से शत्रुओं में वृद्धि, धन धान्य की कमी, स्वजनों से झगड़ा, रक्त विकार, ज्वर और पेट के रोग हो सकते है। आपको सलाह दी जाती है की पारिवारिक कलह से बचें।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के तृतीय भाव में मंगल गोचर करेंगे। पराक्रम भाव में मंगल का गोचर अच्छा माना जाता है। धन, अन्न, वस्त्र, आरोग्य का लाभ होता है। आपके पराक्रम से शत्रुओं की पराजय होगी।