Grahan List 2021 : जानें नए साल में कब और कितने ग्रहण लगेंगे, किन देशों में दृश्य होंगे और कहाँ होगा इनका असर

Published by Ved Shri Published: January 5, 2021

साल 2021 शुरू हो गया है और इसके साथ ही नए साल में चंद्र और सूर्य ग्रहण भी लगेंगे। आज आपको इस साल लगने वाले सूर्य और चंद्र ग्रहण की तारीख और समय (Grahan List 2021) बताने जा रहे हैं। इसके साथ ही आप यह जानेंगे की ये ग्रहण कहाँ दृश्य होंगे और किन-किन देशों में इनका असर पड़ेगा। इस वर्ष कुल चार ग्रहण लगेंगे जिनमें दो सूर्यग्रहण तो दो चंद्रग्रहण होंगे, जिनका विवरण आगे दिया जा रहा है।

26 मई 2021 (सं. 2078, वैशाख पूर्णिमा, बुधवार) – पूर्ण चंद्रग्रहण
इस दिन साल का पहला ग्रहण लगेगा जो एक पूर्ण चंद्रग्रहण होगा। ग्रहण काल दोपहर 2 बजकर 17 मिनट से सायं 7 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। कुल अवधि 5 घंटे 2 मिनट की रहेगी। यह ग्रहण पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर अमेरिका और भारत में दृश्य होगा।

10 जून 2021 (सं. 2078, ज्येष्ठ अमावस्या, गुरुवार) – कुंडलाकार सूर्यग्रहण
इस दिन साल का दूसरा ग्रहण लगेगा जो एक कुंडलाकार (Annular) सूर्यग्रहण होगा। ग्रहण काल दोपहर 1 बजकर 42 मिनट से सायं 6 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। कुल अवधि 4 घंटे 59 मिनट की रहेगी। यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका, यूरोप, एशिया और भारत में दृश्य होगा।

19 नवंबर 2021 (सं. 2078, कार्तिक पूर्णिमा, शुक्रवार) – आंशिक चंद्रग्रहण
इस दिन साल का तीसरा ग्रहण लगेगा जो एक आंशिक चंद्रग्रहण होगा। ग्रहण काल प्रातः 11 बजकर 32 मिनट से सायं 5 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। कुल अवधि 6 घंटे 1 मिनट की रहेगी। यह ग्रहण अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर और भारत में दृश्य होगा।

4 दिसंबर 2021 (सं. 2078, मार्गशीर्ष अमावस्या, शनिवार) – पूर्ण सूर्यग्रहण
इस दिन साल का चौथा और अंतिम ग्रहण लगेगा जो एक पूर्ण सूर्यग्रहण होगा। ग्रहण काल प्रातः 10 बजकर 59 मिनट से दोपहर 3 बजकर 7 मिनट तक रहेगा। कुल अवधि 4 घंटे 8 मिनट की रहेगी। यह ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण अटलांटिक, प्रशांत महासागर में दृश्य होगा। यह ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा।

ग्रहण एक दृश्य पर्व है, अदृश्य ग्रहणों में इसके प्रभाव का विचार नही करना चाहिए अतः जहाँ दृश्य होगा वहीं सूतक, राशि पर प्रभाव, इत्यादि का विचार किया जाना चाहिए। सामान्यतः ग्रहण को लोग अशुभ घटना के रूप में देखते हैं, लेकिन इस दौरान किये गए स्नान, दान और जप का कई गुना फल प्राप्त होता है।

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