ग्रहों के राजकुमार और बुद्धि के कारक ग्रह बुध आज गुरुवार 01 अप्रैल 2021 को सुबह 00:44 पर कुंभ राशि से निकल कर मीन राशि में प्रवेश (Budh Rashi Parivartan 2021) किये हैं जहाँ ये 16 अप्रैल 2021 तक गोचरस्थ रहेंगे। मीन राशि में बुध नीच के माने जाते हैं लेकिन 10 अप्रैल तक शुक्र के साथ होने से नीचभंग भी हो रहा है। अपने इस गोचर में बुध अस्त भी रहेंगे और शनि केतु से दृष्ट रहेंगे। इस दौरान बेमतलब बातचीत और वाद-विवाद से दूर रहना उचित होगा अन्यथा उसका प्रतिकूल और नकारात्मक असर हो सकता है। आइये आगे जानते हैं बुध के मीन राशि में गोचर का आप सभी पर क्या होगा असर।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के द्वादश स्थान में बुध का गोचर होगा। व्यय स्थान में बुध के जाने से धन और सुख की हानि होती है तथा चित्त में अशांति और भोजन में अरुचि होती है। आपको सलाह दी जाती है की झगड़े से बचें नहीं तो आपको पराजय मिल सकती है।
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के एकादश स्थान में बुध का गोचर होगा। लाभ स्थान में बुध का गोचर अच्छा माना जाता है। इससे धन लाभ, उत्तम स्वास्थ्य, सुख, यश और मान मिलता है तथा कुटुंब में आपसी प्यार और सौहार्द बढ़ता है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के दशम स्थान में बुध का गोचर होगा। कर्म स्थान में बुध के गोचर से किसी नए पद की प्राप्ति हो सकती है और वाक् चातुर्य से कार्यों में सफलता तथा शत्रुओं पर विजय प्राप्त हो सकती है। अपने मन को स्थिर रखने और वाणी पर संयम की सलाह दी जाती है।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के नवम स्थान में बुध का गोचर होगा। भाग्य स्थान में बुध के गोचर से कार्यों में विघ्न पड़ सकते हैं, शरीर में पित्त की अधिकता हो सकती है, कोई शोक समाचार भी मिल सकता है। आपको सलाह है की अपने खान-पान पर ध्यान दें और परपीड़ा से बचें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के अष्टम स्थान में बुध का गोचर होगा। अष्टम स्थान में बुध के गोचर से धन लाभ, पुत्रसुख एवं बुद्धि और चातुर्य में वृद्धि जैसे फल मिल सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि अपने चित्त को अशांत ना होने दें और झूठ बोलने से बचें।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के सप्तम स्थान में बुध का गोचर होगा। कलत्र स्थान में बुध का गोचर सामान्यतः अच्छा नही माना जाता। पीड़ा, विरोध, झगड़ा, राजभय तथा सुख और धन की हानि जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं। आपको कुटुंबियों और मित्रों से अच्छे संबंध बनाये रखने की सलाह दी जाती है।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के षष्ठ स्थान में बुध का गोचर होगा। इस स्थान में बुध का गोचर अनुकूल परिणाम देता है जिससे धन, अन्न, और उत्तम वस्त्रादि की प्राप्ति हो सकती है। कार्यों में स्थिरता आएगी और कोई अच्छी पुस्तक पढ़ने की आपकी इच्छा पूर्ण हो सकती है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के पंचम स्थान में बुध का गोचर होगा। पंचम स्थान में बुध का गोचर पीड़ादायक हो सकता है, अचानक झगड़े की स्थिति उत्पन्न हो सकती है तथा संतान और स्त्री से अनबन या वियोग हो सकता है।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के चतुर्थ स्थान में बुध का गोचर होगा। सुख स्थान में बुध के गोचर से धन का लाभ तथा माता और घर-परिवार का सुख प्राप्त होता है।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के तृतीय स्थान में बुध का गोचर होगा। इस गोचर से धन की हानि, शत्रुओं से भय और परिवार में झगड़े जैसे परिणाम मिल सकते हैं परन्तु मित्र प्राप्ति या मित्र से मिलन भी हो सकता है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के द्वितीय स्थान में बुध का गोचर होगा। धन स्थान में बुध का गोचर बहुत अच्छा माना जाता है। इस दौरान आनंद और सुख की प्राप्ति, धन और रत्न का लाभ तथा अच्छे लोगों का साथ मिल सकता है।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के राशि स्थान में बुध का गोचर होगा। इस गोचर से धनहानि, कुटुम्बियों से विरोध और झगड़े जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि अपनी दिनचर्या का अच्छे से पालन करें और किसी की चुगली नहीं करें।