तिल, मस्सा, चट्टा आदि हर व्यक्ति के शरीर में कहीं ना कहीं होते हैं। हो सकता है आप में से कुछ लोगों को ये पसंद हों तो वहीं कुछ को इनसे कोई फर्क ही नहीं पड़ता हो। पर क्या आप जानते हैं कि इनका भी शुभाशुभ निरूपण किया जाता है? निमित्त शास्त्र के अनुसार मनुष्य के शरीर पर कुछ जगह तिल का होना शुभ माना गया है तो वहीं कुछ जगह अशुभ। साधारणतः इनका पुरुष के शरीर में दाहिनी और स्त्री के शरीर में बायीं ओर होना शुभ समझा जाता है। शुभ स्थानों में तिल का होना अच्छे भाग्य का कारक होता है। मस्सों या चट्टों का भी शुभाशुभ फल तिलों के सामान ही समझना चाहिए। आइये जानें शरीर के किन स्थानों पर इनका होना है भाग्य की निशानी।
हथेली पर तिल
पुरुष की दायीं और स्त्री की बायीं हथेली पर तिल होने से उनके भाग्य में वृद्धि होती है। ऐसे जातक धनवान होते हैं और इनके सारे काम आसानी से हो जाते हैं।
होंठ पर तिल
होंठों पर तिल वाले लोग बहुत प्रेमी स्वभाव के होते हैं, अच्छे खाने और पहनने के शौक़ीन होते हैं। यदि तिल होंठ की छोर पर हो तो ऐसे जातक अपने क्षेत्र में बहुत नाम और स्थान पाते हैं।
ठोड़ी पर तिल
जिन जातकों की ठोड़ी पर तिल होता है वे कम मेहनत में ही अच्छी सफलता प्राप्त कर लेते हैं, उनके काम आसानी से बनते हैं और आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है। ऐसे पुरुष पैसे कमाने के जुनूनी तो वहीं स्त्री सजने संवरने में रूचि लेती है।
भौंह पर तिल
दाहिनी भौंह पर तिल होने से पुरुष को गुणवती पत्नी प्राप्त होती है तो वही स्त्री को गुणवान पति प्राप्त होता है।
पीठ पर तिल
पीठ पर तिल होने से व्यक्ति खुशमिजाज, घूमने फिरने का शौकीन और रोमांटिक होता है, वहीं ऐसी स्त्री सुलक्षणा और पति परायण होती है।
ह्रदय पर तिल
जिस जातक के हृदय पर तिल होता है वे अपने साथी से बहुत प्यार करने वाले होते हैं, धन, ऐश्वर्य और सुख पाते हैं तथा ऐसी नारी सौभाग्यवती होती है।