ऊर्जा के कारक एवं नवग्रहों के अधिपति सूर्य आज बुधवार, 15 जून 2022 को दोपहर 12 बजकर 03 मिनट पर आषाढ़ कृष्ण प्रतिपदा तिथि और मूल नक्षत्र में वृष राशि से निकल कर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, जहाँ ये 16 जुलाई तक गोचरस्थ रहेंगे। यह संक्रांति वरुण मण्डल में दारुण संज्ञक, पश्चिम मुखी और पूर्वगामिनी है। उत्तर तथा पूर्व दिशा के क्षेत्रों में पीड़ा, दक्षिण क्षेत्रों में युद्ध भय तथा पश्चिम क्षेत्रों में सुभिक्ष आदि का सुख होता है। पूर्वी क्षेत्रों बंगाल, बिहार, उड़ीसा के शासकों को क्लेश व जनता को कष्टप्रद है। शासकों में वैमनस्य, शासन वर्ग और जनता में वैर-विरोध बढ़ता है। अच्छी वृष्टि के योग बनते हैं। धातु और रसादि पदार्थों, गुड़, चीनी, घी तेल में तेजीकारक है। आइये आगे जानते हैं सूर्य के मिथुन राशि में गोचर (Surya Rashi Parivartan) का देश, दुनिया और आप पर क्या होगा असर।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के तीसरे स्थान में सूर्य गोचर करेंगे। सूर्य के तृतीय भाव में जाने से रोग से मुक्ति, सुख, आनंद, अभीष्ट सिद्धि, शत्रु पर जीत, यश और मान में वृद्धि जैसे फल मिलते हैं। आपको सलाह दी जाती है की भाई के साथ मनमुटाव और अहंकार से बचकर रहें।
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के दुसरे स्थान में सूर्य गोचर करेंगे। धन भाव में सूर्य के जाने से खर्च में वृद्धि और आँखों में कष्ट हो सकता है। इस दौरान आप कोई महँगी वस्तु या उपकरण का क्रय कर सकते हैं। आपको मनमानी और क्रोध करने से बचना होगा अन्यथा पारिवारिक कलह की स्थिति निर्मित हो सकती है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के राशि स्थान में सूर्य गोचर करेंगे। प्रथम भाव में सूर्य के जाने से पेट में पीड़ा और शारीरिक कष्ट मिल सकता है। अकारण यात्रा, चिड़चिड़ापन, शारीरिक कमजोरी जैसे फल मिलने की संभावना। आपको सलाह दी जाती है की मतभेद और झगड़े से बचकर रहें।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के बारहवें स्थान में सूर्य गोचर करेंगे। व्यय भाव में सूर्य के जाने से खर्च में अधिकता से आर्थिक समस्या उत्पन्न हो सकती है तथा घर से दूर प्रवास करना पड़ सकता है। आपको सलाह है की उधार देने से बचें अन्यथा धनहानि हो सकती है।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के ग्यारहवें स्थान में सूर्य गोचर करेंगे। लाभ भाव में सूर्य के जाने से अच्छे फल प्राप्त होंगे। यश, मान, पद और प्रतिष्ठा तथा अभीष्ट कार्य में सफलता मिलेगी। किसी पारिवारिक आयोजन या उत्सव से प्रसन्नता प्राप्त होगी।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के दसवें स्थान में सूर्य गोचर करेंगे। कर्म भाव में सूर्य के जाने से कार्य में सफलता और अभीष्ट की प्राप्ति होती है। धन, स्वास्थ्य और नौकरी के लिए उत्तम समय होगा तथा मानसिक संतुष्टि और प्रसन्नता रहेगी।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के नवमें स्थान में सूर्य गोचर करेंगे। भाग्य भाव में सूर्य के जाने से सुख और आय में कमी तथा परिजनों से वियोग हो सकता है। आपको बहुत प्रयास के बाद ही सफलता मिल पाएगी अतः लगातार प्रयास करते रहें और अपने आत्मविश्वास को बनाएं रखें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के आठवें स्थान में सूर्य गोचर करेंगे। अष्टम भाव में सूर्य के जाने से जीवनसाथी के साथ अनबन और शत्रुओं से पीड़ा मिल सकती है। अपने स्वास्थ्य और वाहन को लेकर सावधान रहें। अदालती मामलों में भी आपको बहुत संभलकर रहना होगा।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के सातवें स्थान में सूर्य गोचर करेंगे। कलत्र भाव में सूर्य के जाने से दांपत्य सुख में कमी हो सकती है अतः आपको अपने जीवनसाथी के साथ प्रेम और सौहार्द बनाये रखना होगा। खान-पान के प्रति लापरवाही ना बरतें अन्यथा पेट से संबंधित परेशानी हो सकती है।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के छठें स्थान में सूर्य गोचर करेंगे। सूर्य के रिपु भाव में जाने से कार्य में सिद्धि, धनलाभ और अच्छा स्वास्थ्य मिल सकता है। यश और मान में वृद्धि तथा प्रतियोगिता एवं परीक्षा में सफलता प्राप्त हो सकती है। अदालती मामलों में भी शत्रु पर विजय मिल सकती है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के पाँचवें स्थान में सूर्य गोचर करेंगे। पंचम भाव में सूर्य के जाने से मन में व्यग्रता, प्रेम में उदासीनता, आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं। आपको रोग एवं शत्रुओं से सतर्क रहना होगा तथा मित्रों के साथ मतभेद से बचना होगा।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के चौथे स्थान में सूर्य गोचर करेंगे। सुख भाव में सूर्य के जाने से मानसिक और शारीरिक व्यथा, सुख की हानि, यात्रा में असुविधा, व्यवसाय में विघ्न तथा गृह क्लेश जैसे फल प्राप्त हो सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है की आपसी कलह और झगड़े से बचकर रहें।