नवग्रहों के सेनापति और बल एवं शौर्य के स्वामी मंगल, बुधवार 02 मई 2021 की सुबह 06 बजकर 52 मिनट पर मिथुन राशि से निकल कर अपनी नीच राशि कर्क में गोचर कर करे हैं जहाँ ये 20 जुलाई 2021 तक गोचरस्थ रहेंगे। यहाँ मंगल और शनि एक दूसरे से समसप्तक रहेंगे। यह स्थिति प्रायः अच्छी नहीं मानी जाती क्योंकि युद्ध, हिंसा, रक्तपात और विप्लव देती है। आइये आगे जानें मंगल के अपनी नीच राशि में गोचर (Mangal Rashi Parivartan) का आप सभी की राशियों पर कैसा असर पड़ेगा।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के चौथे घर में मंगल गोचर करेंगे। सुख स्थान में मंगल के जाने से शत्रुओं में बढ़ोतरी, धन-धान्य की कमी, परिजनों से झगड़ा, रक्त विकार, ज्वरादि की पीड़ा हो सकती है। पारिवारिक कलह से आपको बचकर रहने की सलाह दी जाती है।
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के तीसरे घर में मंगल गोचर करेंगे। पराक्रम स्थान में मंगल के जाने से अच्छे फल मिलते हैं। धन, अन्न, वस्त्र और आरोग्य की प्राप्ति होती है। आप अपने पराक्रम से शत्रुओं को पराजित कर सकेंगे।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के दूसरे घर में मंगल गोचर करेंगे। धन स्थान में मंगल के जाने से मानसिक अशांति, निर्बलता, कार्यहानि, धनहानि और एसिडिटी की समस्या हो सकती है। इस दौरान आपको अपनी वाणी पर संयम रखना होगा।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के पहले घर में मंगल गोचर करेंगे। राशि स्थान में मंगल के जाने से जीवनसाथी और परिजनों से मतभेद, दुष्टों से कष्ट, ताप, ज्वर और रक्त संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। आपको स्वजनों से मतभेद से बचकर रहने की सलाह दी जाती है।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के बारहवें घर में मंगल गोचर करेंगे। व्यय स्थान में मंगल के जाने से व्यय में वृद्धि, स्वजनों से अनबन, नेत्र पीड़ा और धनहानि हो सकती है। इस दौरान किसी को उधार देने से बचें अन्यथा धनहानि की संभावना रहेगी।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के ग्यारहवें घर में मंगल गोचर करेंगे। लाभ स्थान में मंगल के जाने से सफलता, धन और आनंद की प्राप्ति, आरोग्यता और शत्रु एवं अदालती मामलों पर विजय की प्राप्ति होती है।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के दसवें घर में मंगल गोचर करेंगे। कर्म स्थान में मंगल के जाने से आपको काम में अधिक मेहनत करना होगा। कार्य मे आ रही बाधा एवं असफलता से डरे बिना यदि आप कार्य में लगे रहेंगे तो लाभ होगा और धन की प्राप्ति होगी।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के नवमें घर में मंगल गोचर करेंगे। भाग्य स्थान में मंगल के जाने से स्थान परिवर्तन, आर्थिक तंगी, शारीरिक पीड़ा, निर्बलता और अनादर जैसे फल मिलते हैं। विदेश से संबंधित कार्यों में इच्छित सफलता प्राप्त हो सकती है।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के आठवें घर में मंगल गोचर करेंगे। अष्टम स्थान में मंगल का जाना रोग, मानहानि, कार्यहानि, पदहानि एवं पदावनति जैसे फल दिला सकता है। शस्त्र बाधा और शल्य क्रिया की संभावना भी निर्मित हो सकती है।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के सातवें घर में मंगल गोचर करेंगे। कलत्र स्थान में मंगल के जाने से संतान और भाई से व्यथा, आँख और पेट की पीड़ा एवं दांपत्य सुख में कमी हो सकती है। आपको अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा तालमेल बनाये रखना होगा।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के छठें घर में मंगल गोचर करेंगे। रिपु स्थान में मंगल के जाने से यश, कीर्ति, आनंद, धन और अन्न की प्राप्ति होती है तथा प्रतियोगिता, परीक्षा एवं कोर्ट कचहरी के मामलों में सफलता मिलती है।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के पांचवें घर में मंगल गोचर करेंगे। पंचम स्थान में मंगल के जाने से धननाश, रोग एवं शत्रुओं से पीड़ा तथा संतान से चिंता जैसे फल प्राप्त होते हैं। नियमित दिनचर्या का पालन करना आपके लिए हितकर होगा।