Surya Rashi Parivartan: सूर्य कर रहे अपनी उच्च राशि मेष में गोचर, जानें सभी 12 राशियों पर इसका असर

शक्ति एवं ऊर्जा के कारक और नवग्रहों के राजा सूर्य बुधवार (हिन्दू पञ्चाङ्ग के अनुसार मंगलवार), 14 अप्रैल 2021 को सुबह 02 बजकर 33 मिनट पर मीन राशि से निकल कर अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश करेंगे जहाँ ये 14 मई 2021 की रात तक रहेंगे। यद्यपि सूर्य की यह संक्रांति रात्रि में होने से शुभ फल देने वाली होगी पर मंगलवार को पड़ने की वजह से रोग और अधिक गर्मी से जीव-जंतुओं को हानि पहुंचा सकती है। घोरा संज्ञक होने से दलित एवं पिछड़े वर्ग को सुख मिलेगा और उनके लिए सरकार कल्याणकारी योजनाएं ला सकती है। खाद्य पदार्थों, फल सब्जियों और दूध के दामों में तेजी हो सकती है। आइये आगे जानें सूर्य के मेष राशि में गोचर (Surya Rashi Parivartan) का सभी 12 राशियों पर क्या होगा असर।

मेष राशि
मेष राशि के जातकों के राशि भाव में सूर्य गोचर करेंगे। राशि में गोचर से पेट की पीड़ा और शारीरिक रोग मिल सकते हैं। अकारण यात्रा, शारीरिक थकान, चिड़चिड़ापन, आदि फल मिलने की संभावना। आपको झगड़े और मतभेद से बचने की सलाह दी जाती है।

वृष राशि
वृष राशि के जातकों के द्वादश भाव में सूर्य गोचर करेंगे। व्यय स्थान में सूर्य के जाने से खर्चों में वृद्धि से आर्थिक दिक्कतें हो सकती हैं और घर से दूर जाना पड़ सकता है। आपको उधार देने में सतर्कता रखनी चाहिए नहीं तो धन की हानि हो सकती है।

मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के एकादश भाव में सूर्य गोचर करेंगे। लाभ स्थान में सूर्य के जाने से अच्छे फल प्राप्त होंगे। पद, प्रतिष्ठा यश, मान में वृद्धि और कार्यों में सफलता मिल सकती है। घर-परिवार में कोई उत्सव या आयोजन से प्रसन्नता मिल सकती है।

कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के दशम भाव में सूर्य गोचर करेंगे। कर्म स्थान में सूर्य के गोचर से अभीष्ट सिद्धि मिलती है और कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। धन, स्वास्थ्य और नौकरी के लिए बढ़िया समय रहेगा। मानसिक संतुष्टि और प्रसन्नता रहेगी।

सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के नवम भाव में सूर्य गोचर करेंगे। भाग्य स्थान में सूर्य के जाने से आपके सुख और आय में कमी हो सकती है। परिजनों से दूर जाना पड़ सकता है। बहुत प्रयास के बाद ही सफलता मिल पायेगी अतः आपको अपने आत्मविश्वास को बनाएं रखना होगा।

कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के अष्टम भाव में सूर्य गोचर करेंगे। अष्टम स्थान में सूर्य के अच्छे फल नही मिलते। जीवनसाथी से अनबन और शत्रुओं से कष्ट हो सकता है। वाहन चलाने और अपने स्वास्थ्य को लेकर आपको सतर्क रहना होगा तथा अदालती मामलों में भी संभलकर रहना होगा।

तुला राशि
तुला राशि के जातकों के सप्तम भाव में सूर्य गोचर करेंगे। कलत्र भाव में सूर्य के जाने से दांपत्य सुख में कमी हो सकती है अतः जीवनसाथी के साथ आपसी तालमेल और सामंजस्य को बढ़ाना होगा। खान-पान के प्रति सावधानी बरतें नहीं तो पेट संबंधी परेशानी हो सकती है।

वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के षष्ठ भाव में सूर्य गोचर करेंगे। सूर्य का यह गोचर कार्यसिद्धि, धन और अच्छे स्वास्थ्य का लाभ दे सकता है। यश और मान में वृद्धि तथा प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त हो सकती है। कोर्ट कचहरी के मामलों में भी शत्रु पर विजय मिल सकती है।

धनु राशि
धनु राशि के जातकों के पंचम भाव में सूर्य गोचर करेंगे। पंचम स्थान में सूर्य के जाने से मन में व्यग्रता, प्रेम में उदासीनता, आर्थिक उतार-चढ़ाव मिल सकता है। आपको रोग एवं शत्रुओं से संभलकर रहना होगा तथा मित्रों से मतभेद से बचना होगा।

मकर राशि
मकर राशि के जातकों के चतुर्थ भाव में सूर्य गोचर करेंगे। सुख स्थान में सूर्य के जाने से असुविधा, गृह क्लेश, मानसिक एवं शारीरिक व्यथा, और सुख में हानि जैसे फल मिल सकते हैं। आपको कलह और झगड़ों से बचने की सलाह दी जाती है।

कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के तृतीय भाव में सूर्य गोचर करेंगे। सूर्य के तृतीय स्थान में जाने से सुख, आनंद, मान, अभीष्ट लाभ, उत्तम स्वास्थ्य और शत्रुओं पर विजय जैसे फल मिलते हैं। आपको अहंकार और भाई से मनमुटाव से बचना होगा।

मीन राशि
मीन राशि के जातकों के द्वितीय भाव में सूर्य गोचर करेंगे। धन स्थान में सूर्य के जाने से खर्च में वृद्धि और आँखों में पीड़ा हो सकती है। इस दौरान आप कोई महँगी वस्तु या सामान भी खरीद सकते हैं। आपको अपनी जिद और क्रोध पर नियंत्रण रखना होगा अन्यथा पारिवारिक कलह की स्थिति बन सकती है।

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