नवग्रहों के अधिपति और शक्ति एवं ऊर्जा के कारक सूर्य रविवार, 14 मार्च 2021 को शाम 06:03 पर कुंभ राशि से निकल कर मीन राशि में प्रवेश करेंगे जहाँ ये 14 अप्रैल 2021 की सुबह तक रहेंगे। सूर्य की यह संक्रांति रविवार को पड़ने की वजह से दुर्भिक्ष कारक हो सकती है जिससे महँगाई बढ़ेगी पर नन्दा संज्ञक होने से धनी-मानी और उच्च अधिकारी सुखी होंगे। समाज में हिंसा, उपद्रव, अशांति, अव्यवस्था, कष्ट एवं क्लेश व्याप्त रहेगा। मीन में अपने इस गोचर के दौरान सूर्य पूरे समय शनि एवं केतु (जो स्वयं मंगल से दृष्ट है) से दृष्ट रहेंगे अतः छिपे हुए षड्यंत्रकारियों और राष्ट्र विरोधी तत्वों से सरकार को सतर्क रहना होगा। माह के अंतिम सप्ताह में आंधी-बारिश और ओलों से फसलों को नुकसान पहुँच सकता है। आइये आगे जानें सूर्य के मीन राशि में गोचर (Surya Rashi Parivartan) का सभी 12 राशियों पर क्या होगा असर।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के द्वादश भाव में सूर्य का गोचर होगा। व्यय भाव में सूर्य के गोचर से खर्च में वृद्धि से आर्थिक दिक्कतें बढ़ सकती हैं। घर-परिवार से दूर होना पड़ सकता है। उधार देने के मामले में सतर्कता बरतनी होगी अन्यथा धन हानि हो सकती है।
वृष राशि
वृष राशि के जातकों के एकादश भाव में सूर्य का गोचर होगा। लाभ भाव में सूर्य के गोचर से अच्छे फल मिलेंगे। पद, प्रतिष्ठा यश, मान में वृद्धि और कार्यों में सफलता प्राप्त हो सकती है। घर-परिवार में उत्सव आदि की प्रसन्नता मिल सकती है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के दशम भाव में सूर्य का गोचर होगा। कर्म भाव में सूर्य के गोचर से सभी अभीष्ट सिद्ध होंगे और कार्यों में सफलता मिलेगी। धन, स्वास्थ्य और नौकरी के लिए अच्छा समय होगा तथा मन में प्रसन्नता और संतुष्टि रहेगी।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के नवम भाव में सूर्य का गोचर होगा। भाग्य भाव में सूर्य के गोचर से सुख और आय में कमी हो सकती है। परिजनों से दूर प्रवास हो सकता है। काफी प्रयास के बाद ही सफलता मिल पाएगी अतः अपने आत्मविश्वास को बनाएं रखना होगा।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के अष्टम भाव में सूर्य का गोचर होगा। सामान्यतः अष्टम में सूर्य के गोचर के अच्छे नहीं होते। पत्नी से अनबन और शत्रुओं से कष्ट मिल सकता है। वाहन और स्वास्थ्य को लेकर सावधानी रखनी होगी तथा कोर्ट कचहरी के मामलों से भी बचना होगा।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के सप्तम भाव में सूर्य का गोचर होगा। कलत्र भाव में सूर्य का गोचर दांपत्य सुख में कमी कर सकता है अतः जीवनसाथी के साथ आपसी प्यार और सामंजस्य को बनाएं रखना होगा। खानपान के प्रति सतर्क रहें अन्यथा पेट से संबंधित परेशानी हो सकती है।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के षष्ठ भाव में सूर्य का गोचर होगा। इस गोचर से कार्य में सिद्धि, धन और उत्तम स्वास्थ्य का लाभ मिल सकता है। मान में वृद्धि तथा प्रतियोगी परीक्षाओं में आशातीत सफलता मिल सकती है। कोर्ट कचहरी के मामलों में भी शत्रु पर विजय संभावित है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के पंचम भाव में सूर्य का गोचर होगा। इस गोचर से मानसिक अशांति का अनुभव हो सकता है और प्रेम संबंधी मामलों में उदासीन रह सकते हैं। आर्थिक स्थिति में भी उतार चढ़ाव रहेगा। रोग एवं शत्रुओं से सतर्क रहना होगा तथा मित्रों से मतभेद से बचना होगा।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के चतुर्थ भाव में सूर्य का गोचर होगा। सुख भाव में सूर्य का गोचर घर के सुख में कमी कर सकता है अतः पारिवारिक कलह और झगड़ों से बचकर रहना होगा। स्वास्थ्य संबंधी परेशानी से भी चिंतित रह सकते हैं।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के तृतीय भाव में सूर्य का गोचर होगा। इस गोचर से आपके पराक्रम में वृद्धि होगी और शत्रु परास्त होंगे। संपत्ति और स्थान का लाभ मिल सकता है। सब तरह के सुखों और आनंद की प्राप्ति होगी। अहंकार और भाई से मनमुटाव से आपको बचना होगा।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के द्वितीय भाव में सूर्य का गोचर होगा। इस दौरान खर्चे बढ़ सकते हैं, कोई महँगी वस्तु या सामान भी खरीद सकते हैं। अपनी जिद और क्रोध पर आपको नियंत्रण रखना होगा अन्यथा पारिवारिक कलह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। आंखों की पीड़ा से सावधान रहना होगा।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के प्रथम भाव में सूर्य का गोचर होगा। इस गोचर से उदर रोग और शारीरिक पीड़ा मिल सकती है। बिना कारण यात्रा, शारीरिक थकान और मानसिक चिड़चिड़ापन जैसे फल मिलने की संभावना। आपको सलाह दी जाती है की झगड़ों और मनमुटाव से बचें।