मकर राशिफल 2023
मकर राशि वालों की कुंडली में राशीश शनि वर्ष पर्यन्त लग्नस्थ रहेंगे। वर्ष के आरंभ में गुरु भी शनि के साथ लग्न में रहेंगे जो वर्ष की दूसरी तिमाही में द्वितीय भाव में गोचर करेंगे। छाया ग्रह राहु एवं केतु क्रमशः पंचम और एकादश भाव में वर्ष पर्यन्त विराजित रहेंगे। साल की शुरुआत में सूर्य और बुध द्वादश भाव में रहेंगे जबकि मंगल चतुर्थ भाव में गोचरस्थ रहेगा।
इस वर्ष भी आप पर शनि की साढ़े साती का प्रभाव वर्ष पर्यन्त रहेगा परन्तु पिछले वर्षों की अपेक्षा ज्यादा अनुकूल और सफल रहेगा। आपके रुके हुए कार्य सिद्ध होंगे और उनमें सफलता मिलेगी। नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति मिलेगी। बड़ी जिम्मेदारी मिलने के साथ स्थानांतरण की भी संभावना है। उच्च अधिकारीयों से अच्छे संबंध रहेंगे जिसका आपको लाभ भी मिलेगा।
स्वास्थ्य के लिए अपनी दिनचर्या पर ध्यान देना होगा। पारिवारिक विवाद बढ़ सकते हैं। जमीनी विवाद से भाइयों में मतभेद हो सकता है। ऐसी स्थिति में आपको शांति का प्रयास करना चाहिए। विवाहित जातक अपने वैवाहिक जीवन में नीरसता अनुभव कर सकते हैं। मांगलिक कार्यों में व्यय होगा।
विद्यार्थियों के लिए यह वर्ष अच्छी सफलता दिलाने वाला रहेगा। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातकों को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी और उनको यश की प्राप्ति होगी। उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने के इच्छुक छात्रों को विदेश में पढ़ने का अवसर मिलेगा।
मकर राशि वालों को ह्रदय में शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। मानसिक चिंतायें बढ़ेगी। वाद-विवाद से बचें। निरर्थक दौड़-धूप करनी पड़ेगी।
हर कार्य में बाधा उत्पन्न होगी। कोर्ट-कचहरी के कार्य में कोई प्रगति नहीं होगी। भाई-बहनों के साथ संबंध में सुधार आएगा।
संतान पक्ष से चिंता हो सकती है। नया कार्य करने की योजना सफल होगी। नया वाहन खरीदने का योग प्राप्त होगा। विद्यार्थियों के लिए अध्ययन के क्षेत्र में कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी।
धार्मिक कार्यों में खर्च अधिक होगा। व्यापार में उतार चढ़ाव रहेगा। नौकरी वालों की परेशानियाँ बढ़ेंगी। 2, 9, 11 मास कष्टदायक रह सकते हैं।
मकर राशि वालों को इस वर्ष पैर में शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। कार्य में कठिन परिश्रम करना पड़ेगा। धन को लेकर मानसिक चिंता बढ़ेगी। वाद-विवाद से बचना होगा। कार्य में सफलता से पहले अचानक बाधा होगी। कार्यस्थल पर तालमेल बनाकर रहना होगा। खर्च बढ़ा रहेगा। बहुत सोच-समझकर खर्च करें। दांपत्य जीवन में कटुता से बचें। अपने मान-सम्मान के प्रति सजग रहें। जमीन जायदाद की बिक्री में हानि की आशंका है। माता-पिता के स्वास्थ्य से चिंता हो सकती है। 1, 3, 7 मास कष्टदायक रह सकते हैं।
नोट:- हम यहाँ पर कोई उपाय नहीं देते क्योंकि कोई भी उपाय, व्रत या रत्न धारण अपनी-अपनी कुंडली पर निर्भर करता है अतः सामान्य तौर पर बताये गए उपाय खुद से न अपनाएं वरन किसी अच्छे ज्योतिषी की सलाह के बाद ही कोई उपाय करें, अन्यथा ऐसे उपायों का असर उल्टा भी हो सकता है।